Maa Shayari in Hindi – माँ की शायरी एक ऐसी शायरी होती है, जो माँ के प्रति भावनाओं, उनके प्यार, बलिदान और अनमोल रिश्ते को व्यक्त करती है। यह शायरी अक्सर माँ के बिना शर्त प्रेम, उसकी देखभाल, और उसकी ममता को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए लिखी जाती है। माँ के रिश्ते को शब्दों में व्यक्त करना बेहद कठिन होता है, क्योंकि माँ का प्यार अनमोल और अद्वितीय होता है।
माँ की शायरी में ( Maa Shayari in Hindi )अक्सर उसके त्याग और बलिदान को महसूस किया जाता है, जिसमें वह हर दर्द और मुश्किल को सहकर अपने बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए हर संभव कोशिश करती है। शायर अपने शब्दों के माध्यम से माँ के कंधे पर जिम्मेदारियों का बोझ, उसके संघर्ष, और उसकी निस्वार्थ सेवा को खूबसूरती से पेश करते हैं।
इन शायरीयों में माँ की दुआओं और आशीर्वाद को भी महत्वपूर्ण स्थान दिया जाता है। यह बताया जाता है कि माँ की ममता ही होती है जो जीवन में कठिनाईयों के बावजूद हमें संबल और हिम्मत देती है। माँ की शायरी में उसकी आशीर्वादों की शक्ति को महसूस किया जाता है, जो हर बाधा को पार करने में मदद करती है।
माँ के बिना दुनिया सुनसान सी लगती है, और शायरी के माध्यम से इस एहसास को शब्दों में पिरोते हैं। यह शायरी केवल माँ के प्रति आभार और प्रेम को दर्शाती है, बल्कि यह हर व्यक्ति को अपनी माँ की अहमियत और उसकी महत्ता को समझाने का एक सुंदर तरीका भी है।तो अब कई प्रकार की माँ की शायरी ( Maa Shayari in Hindi ) इस पोस्ट में देखने को मिलेगी –
हर रिश्ते के मिलावट देखी
कच्चे रंगो की सजावट देखी
लेकिन मां के चेहरे पे ना कभी थकावट देखी
ना ममता में कभी मिलावट देखी।
मुझे किसी और के जन्नत का नहीं पता क्युकी,
हम तो माँ के कदमो को ही जन्नत कहते है।
मेरी तकदीर में एक भी गम ना होता,
अगर तकदीर मेरी माँ ने लिखा होता।
मेरे उठने से पहले उठ जाती है,
मेरी हर छोटी बड़ी जुरूरतो का ख्याल रखती है,
एक माँ ही तो है मेरी, जो मकान को स्वर्ग बनाती है।
माँ ने सर पर हाथ रखा
तब चैन मिला बीमारी में
अब पता चला की एक
मसीहा भी रहता है घर की चार दीवारी में।
मेरी ख्वाहिश है की मै फिर से फरिश्ता हो जाऊ,
माँ से इस तरह लिपटु की बच्चा हो जाऊ।
तुम क्या सिखाओगे मुझे प्यार करने का सलीका,
मैंने माँ के एक हाथ से थप्पड़ तो दुसरे हाथ से रोटी खायी।
माँ के लिए क्या लिखूं मैं,
माँ की ही तो लिखावट हूँ मैं।
पेट पे लात खाके
फिर भी प्यार लुटाती है
एक माँ ही है जो सच्चे
प्यार की मूरत कहलाती है !
घुटनों से रेंगते – रेंगते कब
पैरो पर खड़ा हो गया
माँ तेरी ममता की छाँव में
न जाने कब बड़ा हो गया।
मुझे सबके सामने अपना कहती है,
वही तो मां है जो मेरे लिए सब कुछ सहती है।
जो बाप की कदर करता है
वो कभी गरीब नही होता और
जो मां की कदर करता है
वो कभी बदनसीब नही होता।
भटके हुए मुसाफिरो को जैसे राह मिली,
टूटा जब जब मैं, तो मुझे मां मिली।
जज्बा अगर हो तो
समुंदर भी रुक जाता है
दुआ अगर माँ की हो तो
पर्वत भी झुक जाता है।
हर तकलीफ अपनी सबसे छुपाती है,
लाख गम हो फिर भी माँ मुस्कुराती है।
मांगने पर जहाँ पूरी हर मन्नत होती है
माँ के पैरों में ही तो वो जन्नत होती है।
क्या सीरत क्या सूरत है
वो तो ममता की मूरत है
पाँव छुए और काम हो गया
माँ खुद में शुभ मुहूर्त है।
जब दवा काम नही आती,
तब मां की दुआ काम आती है।
माँ से जीवन अच्छा है, माँ के बिन सब कच्चा है,
मै बड़ा कितना भी हूँ, पर माँ के लिए तो बच्चा हूँ।
माँ की दुवा कभी खाली नहीं जाती,
माँ की दुआ कभी टाली नहीं जाती,
बर्तन माँझ के भी 2 से 3 बच्चे पाल लेती है,
पर 2 से 3 बच्चों से एक मां नहीं पाली जाती।
खुद को भूलू तो मेरी पहचान सवार देती है,
मेरी माँ सर पर हाथ फेर दे तो, हर थकान उतार देती है।
Maa Shayari in Hindi
हर दर्द हर मुसीबत से अकेले ही निकालती है,
किसी मां से पूछना वो बेटी कैसे पालती है।
मोहब्बत की बात
भले ही करता हो ज़माना
मगर प्यार आज भी
मां से शुरू होता है।
जिसके होने से मैं खुद को मुकम्मल मानता हु,
मैं खुद से पहले अपनी मां को जनता हु।
खुद को सवारने की उसे कहा फुर्सत होती है,
माँ फिर भी बहुत खूबसूरत होती है।
बड़ा बनो पर उनके सामने नहीं,
जिन्होंने तुम्हें पैदा किया है।
हर घड़ी दौलत कमाने में इस तरह मशरूफ रहा मैं,
पास बैठी अनमोल मां को भूल गया मैं।
जो मेरी माँ को चाहिए वो मेहनत से कमाऊंगा,
मेरी माँ ने जो किया है वो कभी भूल नहीं पाऊंगा।
मां के प्यार का बदला इस जन्म में तो क्या,
अगर हजार जन्म भी लू तो उतार नही सकता।
जिस माँ की परवाह उसकी औलाद करती हो,
उस माँ से ज्यादा अमीर कोई और नहीं हो सकता है।
लाखों दुख हों
फिर भी खुशी से भर जाऊं
मां की मुस्कान देख
हर गम भूल जाऊं।
मां और उसका प्यार
दोनों में चमक अपार
हीरे की क्या आवश्यकता
मां ही मेरा अमूल्य उपहार।
मांग लू यह दुआ फिर यही जहाँ मिले,
फिर वही गोद मिले, फिर वही माँ मिले।
Maa Quotes in Hindi
घेर लेने को मुझे
जब भी बलाएँ आ गईं
ढाल बन कर सामने
माँ की दुआएँ आ गईं।
कभी खुलकर सबके सामने रोती भी नही है,
अपनी बेटी की फिक्र में मां सोती भी नही है।
निष्कर्ष –
माँ की शायरी ( Maa Shayari in Hindi ) का एक अलग ही मोल है माँ के बिना जीवन अधूरा है। माँ वह पहली और सबसे अनमोल शख्स होती है, जिनके बिना हमारी कोई पहचान नहीं। उसकी ममता, उसकी देखभाल, और उसका प्यार जीवन की सबसे बड़ी ताकत होती है। माँ का आशीर्वाद और उसकी मौजूदगी हमें जीवन में हर मुश्किल से लड़ने की हिम्मत देते हैं। शायरी के माध्यम से माँ ( Maa Shayari in Hindi ) की अहमियत को शब्दों में व्यक्त किया जाता है, और यह हमें अपनी माँ के प्रति सम्मान और प्रेम की याद दिलाती है।
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